अयोध्या
श्रीराम जन्मभूमि में राममंदिर का निर्माण तेजी से चल रहा है। अब तक मंदिर का 60 फीसदी और गर्भगृह का 20 फीसदी निर्माण पूरा हो चुका है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने दिसंबर 2023 तक गर्भगृृह का काम पूरा करने का लक्ष्य बनाया है।
जनवरी 2024 से भव्य गर्भगृह में भक्तों को रामलला का दर्शन प्राप्त होने लगेगा। जिसके चलते गर्भगृह निर्माण के काम में भी तेजी आ गई है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ.अनिल मिश्र ने बताया कि गर्भगृह में करीब 10 हजार लाल पत्थर बिछाए जाने हैं।
जिनमें से करीब पांच हजार पत्थरों की आपूर्ति हो चुकी है। गर्भगृह का काम भी सिंहद्वार, नृत्य मंडप से आगे बढ़कर गूढ़मंडप तक पहुंच गया है। बताया कि राममंदिर में परकोटे का काम भी अगले महीने शुरू हो जाएगा।
मंदिर के चारों तरफ करीब आठ मीटर लंबे परकोटा का निर्माण किया जाएगा। राममंदिर की सुरक्षा के मद्देनजर परकोट 21 फीट ऊंचा बनाया जाएगा। परकोटे की दीवार से 14 फीट चौड़ा गलियारा बनाया जाएगा। गलियारे के ऊपर छत बनेगी, जिससे जब श्रद्धालु राममंदिर की परिक्रमा करें तो उन्हें धूप न लगे।
उन्होंने बताया कि हर माह होने वाले श्रीराम मंदिर निर्माण समिति की बैठक 18 व 19 को होने जा रही है। समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र भी गुरुवार शाम अयोध्या पहुंच गए। वे दो दिनों तक अयोध्या में मंदिर निर्माण कार्यों की समीक्षा करेंगे। बताया कि बैठक में परकोटा, अचल मूर्ति सहित यात्री सुविधाओं को लेकर चर्चा की जाएगी।