परिवार में अकेला जिंदा बचा 4 साल का जियांश, मोरबी हादसे की कहानी सुनकर दहल जाएगा दिल!

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मोरबी: गुजरात के मोरबी में हुए हादसे को करीब 23 घंटों से ज्यादा का वक्त बीत चुका हैं। ये हादसा कल शाम साढ़े 6 बजे के करीब हुआ और सर्च ऑपरेशन अब भी जारी है। मच्छू नदी पर बने पुल के ढहने की घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र कल खुद मोरबी पहुंचेंगे लेकिन जो लोग इस घटना के शिकार हुए उनकी आपबीती सुनेंगे तो शरीर में सिहरन पैदा हो जाएगी। इस हादसे में किसी ने अपने बेटा-बेटी खो दिए, किसी ने अपना जीवनसाथी। कहीं मासूम बच्चा परिवार में अकेला बचा, तो किसी के घर से एक साथ कई अर्थियां उठीं।

मोरबी हादसे में 4 साल के जियांश के सिर पर अब माता-पिता का साया नहीं रहा। मोरबी में रहने वाले हार्दिक फलदू अपनी पत्नी मिरलबेन, चार साल के बेटे जियांश, चचेरे भाई हर्ष जलावडिया और उनकी पत्नी के साथ रविवार की शाम घूमने निकले थे। शाम करीब 6 बजे तीनों ब्रिज पर पहुंचे और कुछ ही देर बाद ब्रिज टूट गया जिसके बाद सभी नदी में गिर गए। हादसे में हार्दिक और पत्नी मिरल की मौत हो गई लेकिन डूब रहे जियांश को किसी ने बचा लिया। जियांश के चाचा हर्ष भी बच गए। उनका इलाज इलाज अस्पताल में चल रहा है क्योंकि उन्हें कई चोटें आई हैं। हालांकि हादसे में हर्ष की पत्नी की भी मौत हो गई है।

6 साल की बहन को रोते हुए ढूंढ रहा भाई
जब यह हादसा हुआ तब एक युवक पुल पर अपनी बहन के साथ सेल्फी ले रहा था। पुल टूटते ही दोनों नदी में गिर गए और भाई-बहन अलग हो गए। युवक तो बच निकला लेकिन उसकी बहन अभी तक लापता है। बातचीत के दौरान युवक ने कहा कि वो रविवार रात से बहन को खोज रहा है, कई अस्पताल के चक्कर लगा चुका है लेकिन उसकी बहन अभी तक नहीं मिली है। अब वह घटना वाली जगह पर बैठकर रोता हुआ अपनी बहन को खोज रहा है।

बनासकांठा में मोरबी घटना पर भावुक हुए PM मोदी
पीएम मोदी इस वक्त गुजरात के दौरे पर हैं और कल मोरबी जाएंगे। इस बीच आज गुजरात के बनासकांठा में मोरबी त्रासदी पर बोलते हुए पीएम मोदी भावुक हो गए। जब पीएम के कार्यक्रम पर सवाल उठा तो आज प्रधानमंत्री ने खुद इसका जवाब दिया। मोरबी पर बात करते हुए वो भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि बनासकांठा में उनका कार्यक्रम हो रहा है लेकिन ये कार्यक्रम बहुत महत्वपूर्ण था इसीलिए दिल मजबूत करके आना पड़ा।

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