बिजनौर। कॉर्बेट नेशनल पार्क में बाघ का शव मिलने से हड़कंप मच गया। उधर, विभागीय अधिकारियों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम किए जाने के बाद शव को जला दिया गया। मंगलवार शाम करीब साढ़े चार बजे जिप्सी चालक पर्यटकों को झिरना जोन में भ्रमण कर रहा था। इस दौरान अचानक उसकी नजर झिरना स्रोत में पड़े बाघ के शव पर पड़ी। जिप्सी चालक द्वारा वनकर्मियों को अवगत कराए जाने के बाद पशु चिकित्साधिकारी सहित मौके पर पंहुचे विभागीय अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण कर अधीनस्थों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कालागढ़ की उप प्रभागीय वनाधिकारी शालिनी जोशी ने कॉर्बेट नेशनल पार्क की झिरना रेंज के कंपार्टमेंट संख्या आठ स्थित झिरना स्रोत में बाघ का शव मिलने की पुष्टि करते हुए उसकी स्वाभाविक मौत का दावा किया है। उन्होंने बाघ का शव बरसाती स्रोत में बहकर यहां आने की संभावना भी जताई है। साथ ही बताया कि मृत नर बाघ की उम्र करीब आठ से नौ साल रही होगी। पार्क निर्देशक धीरज पाण्डेय, उपनिदेशक नीरज शर्मा सहित राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण द्वारा नियुक्त पैनल के सदस्यों की मौजूदगी में विभागीय पशु चिकित्साधिकारी दुष्यंत कुमार ने बाघ का शव का पोस्टमार्टम किया। उसके बाद बाघ के शव को जलाकर नष्ट कर दिया गया। हाल ही में बिहार में भी एक बाघ मारा गया था। बिहार में आदमखोर बाघ को अधिकारियों ने मौत के घाट उतारा था क्योंकि कई गांव वालों पर हमला करके उन्हें मार दिया था। हालांकि उस बाघ के मारे जाने से लोगों को सुकून मिला है। वहीं अब कॉर्बेट में एक बाघ की स्वाभाविक मौत पार्क वालों के लिए बड़ी क्षति है।