Now End of corona: अब कोरोना का मिनटों में हो जायेगा खेल ख़त्म, वैज्ञानिकों ने तैयार की ऐसी कोटिंग
Now End of corona: दुनिया भर में प्रलयकारी मौतों का सबब बने कोरोना का अब आखिरी वक्त आ गया है। लंबे समय से कोरोना की काट ढूंढ़ने में लगे वैज्ञानिकों ने बड़ी सफलता हाथ लगने का दावा किया है।
कोरोना महामारी से जूझ रहे पूरे विश्व के लिए बड़ी खबरअब कोरोना से मिलने वाली है निजातवैज्ञानिकों ने खोज निकाला कोरोना का समाधान
Now End of corona: दुनिया भर में प्रलयकारी मौतों का सबब बने कोरोना का अब आखिरी वक्त आ गया है। लंबे समय से कोरोना की काट ढूंढ़ने में लगे वैज्ञानिकों ने बड़ी सफलता हाथ लगने का दावा किया है। वैज्ञानिकों ने कोविड वायरस को निष्क्रिय करने के लिए एक ऐसी कोटिंग तैयार कर ली है जिससे कि मिनटों में कोरोना का खेल खत्म हो जाएगा। देश-दुनिया में इस भीषण महामारी का दंश झेल रहे करोड़ों-अरबों लोगों के लिए यह खबर निश्चित रूप से बड़ी राहत पहुंचाने वाली है।
अभी तक दुनिया भर में कोरोना का कोई सटीक इलाज नहीं है। हालांकि वैज्ञानिकों ने इसके विभिन्न वैरिएंट के खिलाफ कई तरह की वैक्सीन तैयार की है जो काफी हद तक कारगर तो है, लेकिन सभी वैरिएंट से सुरक्षा नहीं देती। चीन से वर्ष 2019 में शुरू हुई यह महामारी अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, रूस, भारत-पाकिस्तान, इंग्लैंड समेत दुनिया के लगभग सभी देशों में मौतों का तांडव मचा चुकी है। अब भी धीमे जहर के रूप में इसका कहर जारी है।
अमेरिका के मिशिगन विश्वविद्यालय ने ढूंढ़ा निदान
अमेरिका स्थित मिशिगन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने कोरोना के खिलाफ यह विशेष कोटिंग तैयार की है। परीक्षण के बाद इसे सार्स कोव-2, ई, कोलाइ, एमआरएसए बैक्टीरिया समेत अन्य तरह के वायरस को निष्क्रिय करने में कारगर पाया गया है। इसकी क्षमता इतनी अधिक है कि यह मिनटों में कोरोना जैसे वायरस का भी खेल खत्म करके उसे निष्क्रिय बना देती है। वैज्ञानिकों के अनुसार इस कोटिंग का इस्तेमाल वायरस युक्त कंप्यूटर के की बोर्ड, मोबाइल फोन की स्क्रीन और चिकन काटने वाले बोर्ड पर किया गया। परिणाम आया कि 99.9 फीसद रोगाणुओं और वायरस का काम इसने तमाम कर दिया।
मैटर नाम पत्रिका में प्रकाशित हुआ शोध
शोधकर्ताओं में भारतीय मूल के कई वैज्ञानिक शामिल रहे। कोरोना वायरस समेत अन्य बैक्टीरिया और वायरस को मिनटों में निष्क्रिय बना देने वाला कोटिंग आधारित यह शोध अमेरिका की मशहूर मैटर पत्रिका में प्रकाशित हो चुका है। प्रकाशन से पहले अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग (एफडीए) इस कोटिंग पर अपनी मुहर लगा चुका है। इस शोध में मिशिगन विश्वविद्यालय के प्रो अनीश टुटेजा के साथ एसोशिएट प्रो गीता मेहता और पीएचडी छात्र अभिषेक व टेलर रेपेट्टो भी शामिल रहे। टुटेजा के अनुसार यह नई कोटिंग हर सतह पर ठहरे रोगाणुओं को निष्क्रिय कर देती है।
ऐसे तैयार की कोटिंग
कोरोना वायरस के खिलाफ इस कोटिंग को तैयार करने के लिए चाय के पौधे, तेल और दालचीनी का इस्तेमाल किया गया। इसे अधिक टिकाऊ बनाने के लिए वार्निश का भी इस्तेमाल किया। इस कोटिंग को ब्रश या स्प्रे के जरिये लगाया जा सकता है। जिस सतह पर इसका स्प्रे या ब्रश कोटिंग की जाती है, वहां के सभी रोगाणु, बैक्टीरिया और वायरस दो मिनट से भी कम समय में 99.9 फीसद निष्क्रिय हो जाते हैं। अब जल्द ही इस कोटिंग को बाजार में उतारने की तैयारी है। ताकि कोरोना वायरस को निष्क्रिय करने में इसका इस्तेमाल किया जा सके। क्योंकि वैक्सीन के बावजूद अभी भी लगभग सभी प्रमुख देशों में कोरोना से होने वाली मौतों का मंद सिलसिला जारी है।