पाकिस्तान की 13 वर्षीय बेटी को भारत ने दिया नया जीवन

47
Share

पाकिस्तान की 13 वर्षीय बेटी को भारत ने दिया नया जीवन, डॉक्टरों ने फ्री में किया इलाज
पाकिस्तान के सिंध प्रदेश की 13 साल की अफशीन गुल को दिल्ली के एक निजी अस्पताल में एक नई जिंदगी दी गई। दिल्ली के एक निजी अस्पताल के डॉ. राजगोपालन कृष्णन ने नई जिंदगी दी है।
पाकिस्तान के सिंध प्रदेश की रहने वाली है अफशीन गुलदिल्ली के एक निजी अस्पताल में फ्री किया गया ईलाजएक दुर्घटना में गुल की गर्दन 90 डिग्री पर झुक गई थी
अक्सर आप भारत-पाकिस्तान की दुश्मनी वाली ही ख़बरें पढ़ते होंगे। लेकिन देश की राजधानी दिल्ली से एक दोनों देशों के बीच की एक बड़ी ही सुखद खबर सामने आई है। यहां भारतीय चिकित्सकों के प्रयास और कोशिश से एक पाकिस्तानी लड़की को नई जिंदगी मिली है। जब उस लड़की और उसके परिवार ने सभी उम्मीदें छोड़ दीं तब भारत के डॉक्टर उसके लिए एक उम्मीद की किरण बनकर सामने आए और पाकिस्तानी लड़की को नया जीवन प्रदान किया।
पाकिस्तान के सिंध प्रदेश की 13 साल की अफशीन गुल को दिल्ली के एक निजी अस्पताल में एक नई जिंदगी दी गई। दिल्ली के एक निजी अस्पताल के डॉ. राजगोपालन कृष्णन ने नई जिंदगी दी है। दरअसल कुछ समय पहले एक दुर्घटना में गुल की गर्दन 90 डिग्री पर झुक गई। जिसके बाद उसका जीवन तमाम मुश्किलों से गुजर रहा था। उसका स्कूल जाना, अपने दोस्तों के साथ खेलना-कूदना सब बंद हो गया था। वह बड़ी मुश्किलों भरी जिंदगी जी रही थी। उसने और उसके परिवार ने सभी उम्मीदें खो दीं थीं तब ऐसे में उम्मीद की किरण बनकर सामने आए सीमा पार के डॉक्टर राजगोपालन कृष्णन। उन्होंने मासूम बच्ची के जीवन के अंधकार को दूर किया।
चार मेजर ऑपरेशनों से गुजर कर अफशीन की गर्दन को ठीक हो गई। अब मासूम के चेहरे की मुस्कुराहट लौट आई है और बात भी कर पा रही है। डॉक्टर राजगोपालन कृष्णन वीडियो कॉलिंग के जरिए मासूम की हर सप्ताह जांच कर रहे हैं।सिंध प्रदेश की रहने वाली अफशीन गुल की गर्दन 10 महीने पहले 90 डिग्री पर झुक गई थी। वह अपनी बहन की गोद से फिसल गई थी। जिसके बाद उसके माता-पिता उसे एक डॉक्टर के पास ले गए, लेकिन हालत में सुधार कोई नहीं हुआ। बच्ची को परेशानी बढ़ती ही जा रही थी। आर्थिक रूप से कमजोर माता-पिता मासूम के इलाज पर पैसा खर्च करने में असमर्थ थे। इसी दौरान मासूम गुल सेरेब्रल पाल्सी से ग्रसित हो गई। दो समस्याओं से मासूम गुल जूझ रही थी। 12 सालों तक गुल कमजोर कंधों पर पीड़ा सहन करती रही।
‘डॉक्टर ने मुफ्त में किया इलाज, वे हमारे लिए भगवान’
गुल के भाई याकूब कुंबार ने बताया कि पिछले साल मार्च में बहन के इलाज के लिए भारत आए थे। इस दौरान बहन अफशीन को लेकर एक ब्रिटिश पत्रकार अलेक्जेंड्रिया थॉमस ने उस पर एक स्टोरी की। इसके बाद एक दयालु डॉ. राजगोपालन कृष्णन ने संपर्क किया। उन्होंने मुफ्त में बहन का इलाज करने की पेशकश की। हम बहुत खुश हैं। डॉक्टर ने मेरी बहन की जान बचाई है। हमारे लिए, वो भगवान से कम नहीं है।

LEAVE A REPLY