दुनिया के सबसे बड़े वृक्ष जंगल की आग में जलकर हो रहे राख, अमेरिका ने उठाया आपात कदम
अमेरिका में बीते दो साल के दौरान जंगलों में आग लगने के कारण लगभग 20 प्रतिशत विशाल सिकुआ वृक्ष जलकर राख हो गए हैं।दो सालों में 20 फीसदी वृक्ष जलकर राख हो गएआने वाले हफ्तों में कुछ परियोजनाएं शुरू होंगीसिएरा नेवादा रेंज में सिकुआ के लगभग 70 वृक्ष
अमेरिका के वन सेवा विभाग ने शुक्रवार को कहा कि वह दुनिया के सबसे बड़े वृक्षों ‘सिकुआ’ को जंगल की आग से बचाने के लिए आपात कदम उठा रहा है। इसके तहत आने वाले हफ्तों में कुछ परियोजनाएं शुरू की जाएंगी। अमेरिका में बीते दो साल के दौरान जंगलों में आग लगने के कारण लगभग 20 प्रतिशत विशाल सिकुआ वृक्ष जलकर राख हो गए हैं। वन सेवा विभाग के प्रमुख रैंडी मूर ने एक बयान में कहा, “तत्काल कदम नहीं उठाए गए, तो जंगलों में लगने वाली आग अनगिनत ऐतिहासिक विशाल सिकुआ वृक्षों को नष्ट कर सकती है।” वन सेवा की यह घोषणा मध्य कैलिफोर्निया में पाई जाने वाली प्रजातियों को बचाने के लिए चल रहे सिलसिलेवार प्रयासों का हिस्सा है।
मध्य कैलिफॉर्निया के सिएरा नेवादा रेंज में सिकुआ के लगभग 70 वृक्ष हैं। इनमें से अधिकांश पेड़ सिकुआ और किंग्स कैनियन नेशनल पार्क के आसपास हैं और कुछ योसेमाइट राष्ट्रीय पार्क में और उत्तर में फैले हुए हैं।
एरिजोना से लोगों को निकाला गया
वहीं, बीते महीने पश्चिमी अमेरिका में गर्म, शुष्क मौसम और हवा चलने के कारण कैलिफोर्निया से लेकर न्यू मैक्सिको के कर्मी जंगल में लगी आग पर काबू पाने के लिए जद्दोजहद करते नजर आए। आग के कारण सैकड़ों लोग अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर हो गए। जंगल में आग के कारण एरिजोना में फ्लैगस्टाफ की बाहरी सीमा से सैकड़ों लोगों को एहतियाती तौर पर निकाला गया।
किसी भी मकान के आग की चपेट में आने की खबर नहीं थी, हालांकि आग करीब 20 वर्ग किलोमीटर में फैल चुकी थी। इससे करीब डेढ़ महीने पहले यहां लगी आग में दो दर्जन से अधिक घर तबाह हो गए थे। कोनिनो काउंटी शेरिफ के प्रवक्ता जॉन पैक्सटन ने कहा था, “यह एकदम उसी भयावह मंजर जैसा है। हम फिर से उसी स्थिति में आ गए और फिर वही सब कर रहे हैं, जो करीब डेढ़ महीने पहले कर रहे थे।”
पश्चिमी अमेरिका के कई राज्यों में इस बार बसंत की शुरुआत में जंगलों में आग लग गई थी, जहां जलवायु परिवर्तन, सूखे जंगल और घास के मैदान के कारण आग तेजी से फैलती है। इस वर्ष अभी तक आग में तबाह हुई जमीन 10 साल के राष्ट्रीय औसत से दोगुने से भी अधिक है। ‘नेशनल इंटरएजेंसी फायर सेंटर’ के मुताबिक, राष्ट्रीय स्तर पर जंगल की आग बुझाने वाले 6,200 से अधिक दमकल कर्मी लगभग तीन दर्जन से अधिक स्थानों पर जंगल में लगी आग बुझाने के लिए मशक्कत कर रहे। अभी तक 4,408 वर्ग किलोमीटर जमीन आग की घटना में प्रभावित हुई है।