यूपी में हुई हिंसा पर बोले केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर- लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ठाकुर ने कहा कि लोकतंत्र में हर किसी को अपनी बात रखने का मौका मिलना चाहिए और जब बातचीत के माध्यम से समस्याओं को हल किया जा सकता है, तो पथराव, आगजनी और उपद्रव के लिए कोई जगह नहीं है।
पथराव, आगजनी और उपद्रव के लिए कोई जगह नहीं है: केंद्रीय मंत्री’लोकतंत्र में हर किसी को अपनी बात रखने का मौका मिलना चाहिए’चाहे नेता हो या कोई संगठन, आग में घी नहीं डालना चाहिए: अनुराग ठाकुर
पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी को लेकर देश के विभिन्न हिस्से में हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा की घटनाएं सामने आईं। इसे लेकर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने रविवार को कहा कि लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। सूचना एवं प्रसारण मंत्री ठाकुर ने लखनऊ में मीडिया से बात करते हुए कहा, “लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। लोकतंत्र में हर किसी को अपनी बात रखने का मौका मिलना चाहिए और जब बातचीत के माध्यम से समस्याओं को हल किया जा सकता है, तो पथराव, आगजनी और उपद्रव के लिए कोई जगह नहीं है।”
उन्होंने कहा कि चाहे नेता हो या कोई संगठन, आग में घी नहीं डालना चाहिए, क्योंकि इससे लोगों के साथ-साथ राज्य को भी नुकसान होता है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कानून एवं व्यवस्था राज्य का विषय है और इसे बनाए रखने के लिए उन्हें सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। ठाकुर ने उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के साथ भारत दुनिया में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
इससे पहले ठाकुर ने यहां केडी सिंह बाबू स्टेडियम में एक स्वच्छता कार्यक्रम में भाग लिया और क्षेत्र की सफाई में योगदान दिया। उन्होंने हजरतगंज से केडी सिंह बाबू स्टेडियम तक ‘फिट इंडिया रन’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और युवाओं में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए इसमें भाग लिया।
केंद्रीय मंत्री ने राज्य की राजधानी के हजरतगंज इलाके में स्थित बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया। बाद में उन्होंने केडी सिंह बाबू स्टेडियम लखनऊ में नेहरू युवा केंद्र और खेल प्राधिकरण के एक समारोह में भाग लिया। ठाकुर ने खिलाड़ियों से वार्ता भी की। स्वच्छता की आवश्यकता पर जोर देते हुए ठाकुर ने इस अवसर पर कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार द्वारा शुरू किए गए स्वच्छता अभियान ने देश में बहुत बदलाव किया है और लोगों की मानसिकता को बदल दिया है।
ठाकुर ने कहा, “जिस समय देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, हमें भारत में खेल और फिटनेस की संस्कृति विकसित करनी चाहिए।” उन्होंने कहा कि सरकार खिलाड़ियों को हर तरह की सुविधा मुहैया कराने का प्रयास कर रही है।