यूपी में निवेश के लिए सही माहौल, इसका फायदा प्रदेश की नई पीढ़ी को मिलेगा: पीएम मोदी

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यूपी में निवेश के लिए सही माहौल, इसका फायदा प्रदेश की नई पीढ़ी को मिलेगा: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं। वे यहां यूपी इंवेस्टर्स समिट की ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में शमिल हैं।
अडाणी, बिड़ला, हीरानंदानी जैसे नामी उद्योगपति भी ले रहे हिस्सा80 हजार करोड़ से अधिक के निवेश की तैयारीपीएम मोदी का राष्ट्रपति के साथ उनके पैतृक गांव जाने का कार्यक्रम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं। वे यहां यूपी इंवेस्टर्स समिट की ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में शमिल हैं। इंवेस्टर्स समिट में पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि निवेशकों ने यूपी की युवा शक्ति पर भरोसा किया। इंवेस्टर्स समिट में पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि निवेशकों ने यूपी की युवा शक्ति पर भरोसा किया। उन्होंने कहा कि बीते वित्त वर्ष में 30 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का मर्केंडाइज एक्सपोर्ट को बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि भारत में एक मजबूत सप्लाय चेन विकसित करने के लिए सभी का सहयोग आवश्यक है। पीएम मोदी ने कहा कि सरकार अपनी ओर से नीतियां बना रही हैं। कोरोना का में भी विकास नहीं रुका। हमने बीते समय में इज आफ डुइंग बिनेस पर जोर दिया। भारत में रिकॉर्ड एफडीआई आया है।
उन्होंने कहा कि रिकॉर्ड निवेश से यूपी में रोजगार बढ़ेगा। पीएम ने कहा कि जनता का विश्वास योगी सरकार के साथ है। उन्होंने कहा कि यूपी में अब ​निवेश के लिए सही माहौल है। निवेश का सबसे ज्यादा फायदा यूपी की नई पी​ढ़ी को मिलेगा। पीएम ने कहा कि यूपी देश के सबसे आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर वाले राज्यों में शामिल हो रहा है। बढ़ती कनेक्टविटी व बढ़ता इंवेस्टमेंट यूपी के युवाओं के लिए नया अवसर लेकर आ रहा है।
यूपी में 80,000 करोड़ रुपये से अधिक की 1,406 परियोजनाओं में कृषि और संबद्ध, आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स, एमएसएमई, विनिर्माण, अक्षय ऊर्जा, फार्मा, पर्यटन, रक्षा एवं एयरोस्पेस, हथकरघा तथा कपड़ा आदि जैसे विविध क्षेत्र शामिल हैं। सरकारी बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर 2018 में हुए निवेशक सम्मेलन में चार लाख 68 हजार करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव आए थे, जिसकी पहली और दूसरी के बाद अब तीसरी जीबीसी हो रही है।
80 हजार करोड़ के निवेश की तैयारी
बयान के मुताबिक तीसरी जीबीसी में 80 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव धरातल पर उतर रहे हैं। यहां जारी आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक, इसमें एमएसएमई क्षेत्र में 805 परियोजनाएं लगाई जाएंगी, जिसके बाद 275 परियोजनाएं कृषि क्षेत्र और सहायक उद्योगों और 65 परियोजना फार्मा और चिकित्सा आपूर्ति की होंगी। इसके अलावा शिक्षा से जुड़ी 1,183 करोड़ रुपये मूल्य की छह परियोजना, डेयरी से जुड़ी 489 करोड़ रुपये की सात परियोजना, पशुपालन से जुड़ी 224 करोड़ रुपये की छह परियोजनाएं भी इसमें शामिल हैं।

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