लखीमपुर हिंसा : पीड़ितों के परिजन बोले, सात महीने से जेल में बंद हैं लोग, घर खर्च चलाना हुआ मुश्किल

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तिकुनिया हिंसा मामले में संयुक्त किसान मोर्चा के नेता और पदाधिकारियों ने बृहस्पतिवार को एक बार फिर जिले का दौरा कर बैठक की। बैठक में मृतक किसानों के परिजन और जेल में निरुद्ध किसानों के परिजन भी शामिल हुए। वहीं पीड़ित परिजनों ने किसान नेता राकेश टिकैत पर राजनीति करने का आरोप लगाया।
पीड़ित परिजन का कहना है कि सात महीने से आंदोलन में लगे हैं, बावजूद इसके जेल में बंद लोग बाहर नहीं आ सके हैं। घर का खर्च चलाना मुश्किल हो रहा है। पीड़ितों ने कुछ समय अंतराल पर की जा रही बैठकों को औचित्यहीन बताया।
शहर से सटे गांव मिदनिया गढ़ी चौराहे पर स्थित एक मैरिज लॉन में संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक हुई। संयुक्त मोर्चा के किसान नेताओं ने पीड़ित परिवारों से मंच के एक कोने में लंबा वार्तालाप किया तो वहीं दूसरी ओर आए-दिन होने वाली बैठकों से परेेशान पीड़ित परिजन ने राकेश टिकैत पर राजनीति करने का गंभीर आरोप लगाया।
भीरा क्षेत्र के गोगावां फार्म निवासी लखविंदर सिंह का पुत्र नक्षत्र सिंह सात महीने से हत्या के आरोप में जेल में बंद है। उसकी जमानत नहीं हो पा रही है। इससे परेशान लखविंदर सिंह ने किसान नेता राकेश टिकैत पर राजनीति करने का आरोप लगाया। कहा कि सात महीने हो चुके हैं, लेकिन समस्या का हल नहीं निकला है। वहीं हर महीने होने वाली बैठकें बेनतीजा साबित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि अब तक रिहाई के लिए एक बार भी जमानत अर्जी नहीं लगाई गई है।
ऐसे ही अलीगंज निवासी नरवैल सिंह ने भी राकेेश टिकैत पर राजनीति करने का आरोप लगाया। उनका छोटा भाई गुरुविंदर सिंह भी जेल में बंद है। नरवैल ने कहा कि कई बैठकें पहले भी हो चुकी हैं, बावजूद इसके जेल में बंद लोगों का हालचाल लेने वाला कोई नहीं। घर का खर्च चलाना मुश्किल हो रहा है। किसान आंदोलन में शुरुआत से लगे रहे, लेकिन उन्हें कुछ हासिल नहीं हुआ, बल्कि भाई जेल में सात माह से बंद है।
संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल 23 किसान संगठनों के पदाधिकारियों के साथ किसान नेता राकेश टिकैत बृहस्पतिवार की सुबह करीब साढ़े 10 बजे कार्यक्रम स्थल पहुंचे। वहां उन्होंने सबसे पहले पीड़ित परिजन से मुलाकात करके जिला प्रशासन से वार्ता के लिए रणनीति बनाई। इसके बाद दो कमेटी बनाकर आगे की कार्रवाई करने के लिए रूपरेखा तय की। इसमें एक कमेटी जिला प्रशासन और दूसरी कमेटी के जेल में बंद लोगों से मिलने के लिए बनाई गई।
मिदनिया गढ़ी बाईपास पर स्थित एक मैरिज लॉन में संयुक्त किसान मोर्चा के पदाधिकारियों के बीच करीब दो घंटे तक वार्तालाप का दौर चला। इस दौरान भाकियू नेता राकेश टिकैत ने मृतक किसानों के परिजन व जेल में बंद किसानों के परिजन से मिले और उन्हें न्याय दिलाने की लड़ाई में पूरा सहयोग देने का वादा किया।
पत्रकारों से वार्ता में राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों पर दर्ज केस को वापस कराएंगे। जब तक केस वापस नहीं होगा, तब तक लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि केस वापस न हुआ तो फिर से धरना प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने जिला प्रशासन से हुई वार्ता के बारे में बताया कि जेल में बंद किसानों को दूसरी गाड़ी से भेजने की मांग की गई।
प्रशासन ने चीनी मिल में नौकरी देने की बात कही है, जिस पर टिकैत ने कहा कि डीएम से चीनी मिल के वेज बोर्ड में नौकरी दिलाने की मांग रखी है। इसके साथ ही जिला प्रशासन ने शासन स्तर पर वार्ता के लिए टाइम लेकर सूचना देने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी होनी चाहिए, क्योंकि वह 120 बी के मुल्जिम हैं। मृतक किसानों के परिजन को नौकरी और घायल किसानों को मुआवजा दिलाने की मांग प्रमुखता से जिला प्रशासन के समक्ष रखी गई है।

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