देहरादून। ऋषिकेश में लूट की नाकाम कोशिश के बाद दून में वारदात को अंजाम देने के इरादे से यहां पहुंचा बदमाशों का गिरोह पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस ने गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि उनके तीन अन्य साथियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। यह गिरोह नकदी के बदले डेड अकाउंट से उसकी दोगुनी रकम ट्रांसफर करने का लालच देकर मालदार लोगों को निशाना बनाता था। बदमाशों के पास अवैध असलहे भी मिले हैं।
पत्रकारों से वार्ता करते हुए डीआइजी अरुण मोहन जोशी ने बताया, कोतवाल ऋषिकेश रितेश शाह को सूचना मिली थी कि सहारनपुर से कुछ लोग ऋषिकेश के एक सर्राफ के यहां डकैती को अंजाम देने आए हैं। इसपर दून में भी पुलिस को अलर्ट कर दिया गया। एसपी सिटी श्वेता चैबे और एसपी ग्रामीण परमिंदर डोबाल के नेतृत्व में एक टीम गठित कर दी गई। जिसमें क्षेत्रधिकारी डालनवाला और नेहरू कालोनी थाना के प्रभारी शामिल भी थे। इस टीम ने कार और मोटरसाइकिल सवार बदमाशों को गुरुवार रात रेसकोर्स क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए बदमाशों की पहचान फरमान निवासी पथरी हरिद्वार, संजय कुमार निवासी सहारनपुर, रवि कुमार निवासी सहारनपुर और अनुज उर्फ शिवम निवासी मुजफ्फरनगर के रूप में हुई।
वहीं, पूरन आहूजा (टिहरी विस्थापित) हाल निवासी हरिद्वार, देवेंद्र निवासी देहरादून और पंडित फरार हैं। संजय इस गिरोह का सरगना है। बदमाशों के पास एक पिस्तौल, एक तमंचा, दो मैगजीन, 11 कारतूस, दो खुखरी, 27 सौ रुपये, एक मोबाइल और फर्जी प्लेट लगी मोटरसाइकिल व कार (यूके-08-एमएम-4574) बरामद हुई। बदमाशों को पकड़ने वाली पुलिस टीम को डीजी (लॉ एंड ऑर्डर) अशोक कुमार ने 10 हजार, आइजी अजय रौतेला ने पांच हजार व डीआइजी अरुण मोहन जोशी ने ढाई हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।