एजेंसीं न्यूज
लखनऊ। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में उत्तर प्रदेश में हिंसा के दौरान सरकारी सम्पत्ति को बड़ा नुकसान पहुंचाने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ के सख्त कदम से बेहद भयभीत हैं। सीसीटीवी फुटेज के साथ ही अन्य इनपुट के आधार पर इन सभी की तस्वीरें होर्डिंग्स पर चस्पा करने के साथ घर पर वसूली का नोटिस पहुंचने पर यह सभी भागे-भागे फिर रहे हैं। इसी सख्ती का असर है कि बुलंदशहर में लोगों ने बतौर क्षतिपूर्ति छह लाख रुपया जिलाधिकारी के पास जमा करा दिया है।
प्रदेश में 19 व 20 दिसंबर को सीएए के विरोध के नाम पर प्रदर्शन काफी उग्र हो गया। इसके कारण उत्तर प्रदेश हिंसा की आग में झुलस गया। इस दौरान 17 लोगों के जान गंवा देने के बाद योगी आदित्यनाथ सरकार ने काफी सख्ती की और उपद्रवियों पर शिकंजा कसा। जिलों में इनके खिलाफ मुकदमे दर्ज करने के साथ ही इनके खिलाफ कुर्की का वारंट जारी किया गया। सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के मंसूबों पर योगी आदित्यनाथ सरकार की सख्ती से तुषारापात हो गया है।
योगी आदित्यनाथ के कार्यालय से ट्वीट किया गया है सार्वजनिक सम्पत्ति को क्षति पहुंचाने वाले उपद्रवियों से ही क्षतिपूर्ति के सिंहनाद में उपद्रवियों ने अपना संभावित अंजाम देख लिया। यूपी अब पूर्णतः शांत है। दंगाईयों के खिलाफ सरकार के रौद्र रूप को देख हर उन्मादी यही सोच रहा है कि उन्होंने प्रदेश में योगी आदित्यनाथ जी की सत्ता को चुनौती देकर बहुत बड़ी गलती कर दी है। दंगाइयों के खिलाफ सरकार जिस तरह की कार्रवाई कर रही है वो पूरे देश में एक मिसाल बन चुकी है।