किसानों के मसीहा थे पूर्व पीएम चैधरी चरण सिंह, उनके विचारों को करें आत्मसात

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हरिद्वार। उत्तराखंड में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चैधरी चरण सिंह की जयंती के मौके पर विभिन्न संगठनों ने कार्यक्रम आयोजित किए। इस दौरान उन्हें एक ईमानदार नेता और किसानों का मसीहा बताया गया। साथ ही उनके विचारों को जीवन में आत्मसात करने पर भी जोर दिया।
देहरादून रोड स्थित चैधरी चरण सिंह स्मारक भवन में आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि चैधरी चरण सिंह ने हमेशा किसान, मजदूरों के लिए संघर्ष किया। जब वह सत्ता में आए तो उन्होंने किसान, मजदूर, गांव, गरीब के हितों को ध्यान में रखकर काम किया। वह हमेशा कहा करते थे कि देश की तरक्की की रास्ता खेत-खलिहान से होकर गुजरता है। इस मौके पर यज्ञ का आयोजन कर बड़ी संख्या में लोगों ने आहुति दी।
कार्यक्रम में ओमवीर सिंह, सतपाल सिंह, देवेंद्र कुमार, चैधरी राजेंद्र सिंह, ऋषिपाल बालियान, पंकज कुमार, आदित्य चैधरी, देवेंद्र कुमार, कृष्णपाल सिंह चैधरी, नेत्रपाल सिंह, आदित्य चैधरी, संजय मलिक, रणधीर सिंह मलिक, मनोज, बालियान, गौरव आदि मौजूद रहे। वहीं, दूसरी ओर से सिविल लाइंस स्थित बोट क्लब पर जाट समाज सभा की ओर से आयोजित कार्यक्रम में चैधरी चरण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर डॉ. महेश वर्मा, रामपाल सिंह, राजेन्द्र सिंह, सुरेश मलिक, सेवाराम, पीतम सिंह आदि मौजूद रहे।
पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चरण सिंह की जयंती किसान दिवस के रूप में मनाई गई। इस दौरान आयोजित संगोष्ठी में वक्ताओं ने केंद्र और राज्य सरकार पर भी निशाना साधा। मंगलौर में कोतवाली के समीप एक रेस्टोरेंट पर आयोजित कार्यक्रम में विधायक काजी निजामुद्दीन ने कहा कि चैधरी चरण सिंह किसानों के मसीहा थे। उन्होंने किसान बिरादरी को संगठित कर उनको जगाने का काम किया। वह हमेशा सच्चाई और इंसाफ के लिए लड़ते थे। उन्होंने कहा कि मौजूदा केंद्र-राज्य सरकार पूरी तरह से किसान विरोधी रवैया अपनाए हुए हैं।

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