देहरादून। उत्तराखंड में बुधवार से तल्ख मौसम के तेवर गुरुवार को भी नहीं बदले। इस दौरान बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के साथ ही पहाड़ों में हिमपात हुआ तो मैदानों में रुक-रुक कर बारिश का क्रम जारी है। मसूरी के पास धनोल्टी और नागटिब्बा की पहाडियों पर मौसम का पहला हिमपात हुआ है। भारी हिमपात से उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया है। वहीं नैनीताल में ओले गिरे। बर्फबारी और बारिश से तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस की कमी आई है। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार से मौसम के तेवर नरम पड़ेंगे। हालांकि रविवार से इसमें तेजी आने के आसार हैं। वहीं, हर्षिल के निकट एक अनाम चोटी के आरोहण को गए संयुक्त अभियान दल को नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट ने लौटने के निर्देश दिए हैं।
केदारनाथ धाम में बुधवार से बर्फबारी हो रही है। केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्य में जुटी वुडस्टोन कंपनी के प्रबंधन मनोज सेमवाल ने बताया कि धाम में करीब पांच फीट बर्फ जमा है। ऐसे में पुनर्निर्माण कार्य संभव नहीं हैं। वहीं उत्तरकाशी जिले में भी हिमपात और बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है। जबरदस्त बर्फबारी से सुक्की टॉप से गंगोत्री तक करीब 33 किमी लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग भी बंद हो गया है। प्रशासन के अनुसार सीमा सड़क संगठन बर्फ साफ करने का प्रयास कर रहा है। जिले में गंगोत्री, यमुनोत्री के अलावा हर्षिल, मुखबा, धराली, सुक्की टॉप, झाला, दयारा बुग्याल, डोडीताल, ओसला, गंगाड़, खरसाली में बर्फबारी हुई। कुमाऊं में मौसम का मिजाज गढ़वाल जैसा ही रहा। पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों में ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात और निचले इलाकों में दिनभर रुक-रुक कर बारिश होती रही।