नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो ने शुक्रवार को मणिपुर, मिजोरम और हरियाणा के नौ स्थानों पर सरकारी धन की हेराफेरी की जांच के सिलसिले में छापा मारा है। सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसी की कई टीमों ने सरकारी धन की हेराफेरी के मामले में आइजोल, इंफाल और गुड़गांव सहित नौ स्थानों पर तलाशी ली है। अधिकारी ने उन लोगों के नामों का खुलासा नहीं किया जिनके परिसरों पर सीबीआई ने छापा मारा था। इसके तहत सीबीआई ने मणिपुर के पूर्व मुख्यमंत्री ओ. इबोबी सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। दरअसल, मुख्यमंत्री मणिपुर डेवलपमेंट सोसाइटी (एमडीएस) के तत्कालीन अध्यक्ष रहे हैं।
सीबीआई के मुताबिक, 30 जून, 2006 से जुलाई 2017 तक मणिपुर डेवलपमेंट सोसाइटी के अध्यक्ष के रूप में काम करते हुए अन्य लोगों के साथ षड्यंत्र में 532 करोड़ रुपये की कुल राशि में से 332 करोड़ रुपये की सरकारी धन की हेराफेरी हुई है। इस कार्य को अंजाम देने के लिए मुख्यमंत्री को इसकी फाइल सौंपी गई थी। इसको ध्यान में रखते हुए उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है। फिलहाल मुख्यमंत्री के तरफ से किसी भी प्रकार का बयान नहीं आया है। सीबीआई के छापे में किसी अधिकारी का यह पहला नाम नही है।
इससे पहले देशभर में अलग-अलग राज्यों में सीबीआइ ने छापे मारे हैं। इसमें कांग्रेस के शासन में वित्त मंत्री रहे पी चिदंबरम और डीके शिव कुमार का नाम भी शामिल हैं। दोनों ही नेता धन-शोधन मामले में कानूनी प्रकिया से गुजर रहे हैं। इसके अलावा भी कई नेताओं के खिलाफ कार्रवाई चल रही है। समय-समय पर सीबीआई देशभर में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ कई ठिकानों पर छापे मारती रहती है। इस छापे में काफी काले धन भी जब्त किए गए।