मंदिर के लिए वह अपनी जान देने को भी हैं तैयार: उमा

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ऋषिकेश। भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष साध्वी उमा भारती ने कहा कि वह शुरू से आखिरी तक राम जन्मभूमि आंदोलन से जुड़ी रही हैं। इसके लिए आगे भी वह अपनी जान देने को तैयार हैं।
साध्वी उमा भारती पैर में फ्रैक्घ्चर होने के बाद ब्रह्मपुरी आश्रम में स्वास्थ्य लाभ ले रही हैं। वह प्रतिदिन पालकी के जरिए गंगा दर्शन और पूजन के लिए जा रही हैं। बाकी समय वह आश्रम के सभागार में सत्संग कर बिता रही हैं। बुधवार को भाजपा नेत्री साध्वी उमा भारती मीडिया से रूबरू हुई। उन्होंने अयोध्या में श्री राम मंदिर के मुद्दे पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय सर्वमान्य है।
देश के बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक सभी वर्ग के लोगों ने समान भाव से इस फैसले को स्वीकार किया है। अब इस फैसले में किसी की भी टिप्पणी का कोई महत्व नहीं है। उन्होंने कहा जो हम चाहते हैं वह सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद स्वभाविक प्रक्रिया से हो रहा है। श्री राम मंदिर न्यास ट्रस्ट में शामिल होने संबंधी सवाल के जवाब में साध्वी उमा भारती ने कहा कि ट्रस्ट में कोई रुचि नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने जो निर्णय दिया है बहुत अच्छा दिया है। अब इस बारे में सरकार जो भी निर्णय लेगी ठीक ही लेगी।
इस मामले में एक मुस्लिम पक्ष की प्रतिक्रिया पर साध्वी ने कहा कि मंदिर मामले में देश के मीडिया ने बड़ी भूमिका निभाई है। संसार में भारत सामाजिक समभाव और सद्भाव बढ़ा है। लोग भारत के लिए यही कहते थे कि यहां जाति और पूजा की विधियों में फूट है। मगर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद पूरे देश में जिस प्रकार एकता बनी रही। उसमें देश के मीडिया का बड़ा योगदान रहा है। श्रीराम तपस्थली आश्रम के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी दयाराम दास महाराज की अध्यक्षता में आयोजित सत्संग के दौरान अन्य प्रांतों से आए संतों और श्रद्धालुओं ने साध्वी उमा भारती से मुलाकात की।

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